नौकरी v/s नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस
आज हम बात करने जा रहे है नौकरी और नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस के बारे में की कैसे आज सब कुछ धीरे - धीरे बदल रहा है उसी के अनुसार मॅहगाई भी बढ़ती जार रही और ज्यादातर लोगो को देखे तो सब नौकरी कर रहे है लेकिन वो जो चाहते है उसे पूरा नहीं कर पा रहे क्योंकि नौकरी न जीने देती है और न मरने देती है वह सिर्फ और सिर्फ दो वक्त की रोटी किसी तरह आपके घर में पहुंच देती है।
मै आपको एक रियल कहानी से अवगत कराने जा रहा हूँ। सन 2014 से शुरू होता नौकरी का दौर जब घर पर कोई ज्यादा कमाने वाला नहीं होता है और खर्चे बहुत होते तब ये मुश्किल का समय उस व्यक्ति या फ्रेशर लड़के पर पड़ता है जब उसको पढ़ने और लिखने का समय होता है तब वह नौकरी की तलाश करना शुरू कर देता है और इधर उधर भटकने के बाद एक कमपनी mahindra automobiles में वाशिंग सुपर- वाइज़र का काम मिलता है जिसमे उसे कभी कभी कार की मोपिंग भी करनी पड़ती थी। बहुत संघर्ष भरा दौर नौकरी का था बहुत मेहनत करने के बाद रात में पूरी कंपनी बंद होने के बाद आने का समय मिलता था और सुबह जल्दी पहुंचना होता था जो बहुत तकलीफ देता था लेकिन नौकरी तो नौकरी थी करनी भी थी क्योंकि घर पर पैसों की जरूरत थी इतना मेहनत के बाद जो सैलरी मिलती थी सिर्फ 5000 /- रुपये जिनसे खर्चे पुरे नहीं हो पाते थे। फिर उसने किया।
अब दूसरी कंपनी थी sas hyundai इसमें भी वही पोस्ट मिली वही मेहनत सब कुछ वही था कुछ बदला नहीं था। रोज जाना रोज आना यही ज़िंदगी का हिस्सा बन गया था मेहनत बहुत करता था की अब लेवल चेंज हो जाये तो पैसे ज्यादा मिली लेकिन ये कुछ हो नहीं पा रहा था। बस इस महंगाई में कुछ सैलरी बढ़ी थी जो 2015 में 6000 /- रुपये थी। जो बहुत ही कम थी इस काम को एक साल तक ऐसी कंपनी में किया लेकिन प्रोग्रेस नहीं हुई।
फिर से कंपनी को बदला और आया standard honda जो की काम वर्क मेरा चेंज हुआ मिला मौका 3M care में वही पोस्ट लेकिन पूरा काम करना पड़ता था यहाँ जो सैलरी थी 8000 /- रुपये जो मंहगाई से 10 गुना कम थी। और सपनो से बहुत दूर थी।
फिर इस कंपनी से दूसरी कंपनी anand autotech में पंहुचा वहां भी वही वर्क किया फिर उस कंपनी को छोड़ कर अगली कंपनी Tata motors में आ गया यहाँ पर लगभग एक साल के सैलरी हुई थी 9000 /- रुपये मात्र जो की मेरे सपनो से बहुत कम थी। और मैं बहुत मेनहत करने वाला था लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि ये नौकरी है साहब यहाँ समय के अनुसार नहीं बल्कि विपरीत पैसे मिलते है जिनसे कुछ भी नहीं हो सकता है और मुझे नौकरी कर के यह बात तो कन्फर्म हो गयी की नौकरी से सपने नहीं पुरे हो सकते है फिर हमने निर्णय लिया की हमे कोई बिज़नेस करना चाहिए क्योंकि सपनो का होना मतलब कुछ बड़ा करना।
दोस्तों नौकरी सिर्फ आपका घर चलाने एक छोटा सा जरिया है बल्कि बिज़नेस सपने पूरे करने का एक महासागर है कुछ लोग पहचान लेते है और कुछ लोग वैसी ही ज़िंदगी में फंसे रह जाते है। नौकरी नौकर बनती बिज़नेस मालिक बनाता है।
इसी से मैंने नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस की शुरुआत करि जो की बहुत ही कम पैसो से यह बिज़नेस सिस्टम आपका खड़ा हो जाता है जहाँ पर आप उसके मालिक होते है कोई किसी का बॉस या मालिक नहीं खुद आप बॉस और मालिक होते है यह बिज़नेस आपको आपकी जरूरत के हिसाब से पैसे कमाने का मौका देता है आप जितनी मेहनत करते इस सिस्टम्स से उतना ही पैसा मिलता है आप यहाँ से हर एक छोटे बड़े सपनो को पूरा कर सकते है। ज़िंदगी अपने शर्तो पे जी सकते है
नौकरी v/s नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस
नेटवर्किंग बिज़नेस ------
आप खुद मालिक हैं
आप तय करते हैं कि क्या करने की जरूरत है
आप अपना समय नियंत्रित कर सकते हैं
आप तय करते हैं कि यह कैसे किया जाता है
कितना पैसा कमाना चाहते, ये आपके हाथ में हैं
छुट्टी लेने के लिए किस से पूछना नहीं पड़ता
नौकरी में -------
कोई और आपका मालिक है
वे तय करते हैं कि क्या करने की जरूरत है
वे आपके समय को नियंत्रित करते हैं
वे तय करते हैं कि यह कैसे किया जाता है
अधिक पैसा चाहते हैं? निवेदन करना पड़ेगा!
छुट्टी की आवश्यकता है? निवेदन करना पड़ेगा !
आज हम बात करने जा रहे है नौकरी और नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस के बारे में की कैसे आज सब कुछ धीरे - धीरे बदल रहा है उसी के अनुसार मॅहगाई भी बढ़ती जार रही और ज्यादातर लोगो को देखे तो सब नौकरी कर रहे है लेकिन वो जो चाहते है उसे पूरा नहीं कर पा रहे क्योंकि नौकरी न जीने देती है और न मरने देती है वह सिर्फ और सिर्फ दो वक्त की रोटी किसी तरह आपके घर में पहुंच देती है।
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my journey |
मै आपको एक रियल कहानी से अवगत कराने जा रहा हूँ। सन 2014 से शुरू होता नौकरी का दौर जब घर पर कोई ज्यादा कमाने वाला नहीं होता है और खर्चे बहुत होते तब ये मुश्किल का समय उस व्यक्ति या फ्रेशर लड़के पर पड़ता है जब उसको पढ़ने और लिखने का समय होता है तब वह नौकरी की तलाश करना शुरू कर देता है और इधर उधर भटकने के बाद एक कमपनी mahindra automobiles में वाशिंग सुपर- वाइज़र का काम मिलता है जिसमे उसे कभी कभी कार की मोपिंग भी करनी पड़ती थी। बहुत संघर्ष भरा दौर नौकरी का था बहुत मेहनत करने के बाद रात में पूरी कंपनी बंद होने के बाद आने का समय मिलता था और सुबह जल्दी पहुंचना होता था जो बहुत तकलीफ देता था लेकिन नौकरी तो नौकरी थी करनी भी थी क्योंकि घर पर पैसों की जरूरत थी इतना मेहनत के बाद जो सैलरी मिलती थी सिर्फ 5000 /- रुपये जिनसे खर्चे पुरे नहीं हो पाते थे। फिर उसने किया।
अब दूसरी कंपनी थी sas hyundai इसमें भी वही पोस्ट मिली वही मेहनत सब कुछ वही था कुछ बदला नहीं था। रोज जाना रोज आना यही ज़िंदगी का हिस्सा बन गया था मेहनत बहुत करता था की अब लेवल चेंज हो जाये तो पैसे ज्यादा मिली लेकिन ये कुछ हो नहीं पा रहा था। बस इस महंगाई में कुछ सैलरी बढ़ी थी जो 2015 में 6000 /- रुपये थी। जो बहुत ही कम थी इस काम को एक साल तक ऐसी कंपनी में किया लेकिन प्रोग्रेस नहीं हुई।
फिर से कंपनी को बदला और आया standard honda जो की काम वर्क मेरा चेंज हुआ मिला मौका 3M care में वही पोस्ट लेकिन पूरा काम करना पड़ता था यहाँ जो सैलरी थी 8000 /- रुपये जो मंहगाई से 10 गुना कम थी। और सपनो से बहुत दूर थी।
फिर इस कंपनी से दूसरी कंपनी anand autotech में पंहुचा वहां भी वही वर्क किया फिर उस कंपनी को छोड़ कर अगली कंपनी Tata motors में आ गया यहाँ पर लगभग एक साल के सैलरी हुई थी 9000 /- रुपये मात्र जो की मेरे सपनो से बहुत कम थी। और मैं बहुत मेनहत करने वाला था लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि ये नौकरी है साहब यहाँ समय के अनुसार नहीं बल्कि विपरीत पैसे मिलते है जिनसे कुछ भी नहीं हो सकता है और मुझे नौकरी कर के यह बात तो कन्फर्म हो गयी की नौकरी से सपने नहीं पुरे हो सकते है फिर हमने निर्णय लिया की हमे कोई बिज़नेस करना चाहिए क्योंकि सपनो का होना मतलब कुछ बड़ा करना।
दोस्तों नौकरी सिर्फ आपका घर चलाने एक छोटा सा जरिया है बल्कि बिज़नेस सपने पूरे करने का एक महासागर है कुछ लोग पहचान लेते है और कुछ लोग वैसी ही ज़िंदगी में फंसे रह जाते है। नौकरी नौकर बनती बिज़नेस मालिक बनाता है।
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network marketing business |
इसी से मैंने नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस की शुरुआत करि जो की बहुत ही कम पैसो से यह बिज़नेस सिस्टम आपका खड़ा हो जाता है जहाँ पर आप उसके मालिक होते है कोई किसी का बॉस या मालिक नहीं खुद आप बॉस और मालिक होते है यह बिज़नेस आपको आपकी जरूरत के हिसाब से पैसे कमाने का मौका देता है आप जितनी मेहनत करते इस सिस्टम्स से उतना ही पैसा मिलता है आप यहाँ से हर एक छोटे बड़े सपनो को पूरा कर सकते है। ज़िंदगी अपने शर्तो पे जी सकते है
नौकरी v/s नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस
नेटवर्किंग बिज़नेस ------
आप खुद मालिक हैं
आप तय करते हैं कि क्या करने की जरूरत है
आप अपना समय नियंत्रित कर सकते हैं
आप तय करते हैं कि यह कैसे किया जाता है
कितना पैसा कमाना चाहते, ये आपके हाथ में हैं
छुट्टी लेने के लिए किस से पूछना नहीं पड़ता
नौकरी में -------
कोई और आपका मालिक है
वे तय करते हैं कि क्या करने की जरूरत है
वे आपके समय को नियंत्रित करते हैं
वे तय करते हैं कि यह कैसे किया जाता है
अधिक पैसा चाहते हैं? निवेदन करना पड़ेगा!
छुट्टी की आवश्यकता है? निवेदन करना पड़ेगा !
मुझे लगता है कि अब आपको बात समझ आ गयी है। जब आप नौकरी करते हैं, तो तो आप अपने बॉस के लिए काम करते है। वही आपके समय को नियंत्रित करते हैं
लेकिन जब आप नेटवर्क मार्केटिंग को चुनते हैं तो आप अपनी कमाई को खुद से डिसाइड करते हैं और सभी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होते हैं।
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