अपने मस्तिष्क को खुराक कैसे दे
जिस तरह हमारे शरीर को हर रोज पौष्टिक खाने की जरूरत होती है उसी तरह हमारे मस्तिष्क को भी रोज अच्छे विचारो की जरूरत होती है हमारा मस्तिष्क एक अच्छी चक्की की भांति है। जिस तरह हम चक्की में अनाज डालते है और वह पिसकर आंटे के रूप में बाहर आता है। उसी प्रकार हमे चाहिए की हम अपने मस्तिष्क को सुचारु रूप से चलाने के लिए उसमे सद कुछ अच्छी एवं प्रेरक बाते डालते रहे।
मस्तिष्क की कार्यशीलता के आवश्यक है की हम रोजाना आधा घंटा प्रेरक पुस्तक तथा उन लोगो के विचारो को पढ़े , जिन्होंने सफलता की ऊंचाइयों को छुआ है। यह पढ़ने के बाद विश्लेषण करे उनके सिद्धांत क्या थे , उनकी सोंच क्या थी , उनके उसूल क्या थे नजरिया कैसा था , जिसने उन्हें सफलता की बुलंदियों तक पहुंचाया। हमारा मानना है कि अच्छी बात , अच्छी शिक्षा , जहाँ से भी मिले ग्रहण कर लेनी चाहिए।
![]() |
mind freedom |
कुछ लोगो का कहना है कि उन्हें पुस्तक पढ़ने का समय नहीं मिलता या फिर पढ़ी नहीं जाती , हम इस बात को नहीं मानते। किसी भी करने के लिए अगर आप को समय नहीं मिलता , इसमें समय का दोष नहीं , दोष आपका है। यह आदत धीरे - धीरे डालने से डलती है आप दो - तीन घंटे इस काम में नहीं लगाइए शुरुआत में इसे आप चाहे पांच मिनट के लिए पढ़े और धीरे - धीरे इसे पंद्रह से बीस मिनट जाएं। अगर आप रोजाना पंद्रह मिनट पढ़ लेते है तो काम करते हुए कहाँ पर गलती कर रहे है इसके बारे में पता चलता है. आपकी सोच बढ़ती है पढ़ने से आपको एक नई ऊर्जा मिलती है इसलिए रोज पढ़ने की आदत डाले।
कुछ पुस्तके जिन्हे पढ़कर आप बहुत कुछ सीख सकते है
- बड़ी सोच का बड़ा जादू
- बिज़नेस स्कूल
- जीत आपकी
- सवाल ही जवाब है
- खुशहाल जीवन
![]() |
financial freedom |
0 टिप्पणियाँ