समय के पाबंद बने



समय के पाबंद बने 

नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस में सफलता पाने के लिए समय का पाबंद होना अतिआवश्यक है। कुछ लोग जीवन में इसलिए असफल होते है कि वह समय के पाबंद नहीं होते जबकि किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए समय की पाबन्दी एक अनिवार्य शर्त है और नेटवर्क मार्केटिंग बिज़नेस में तो सारा खेल ही समय का है। हमने देखा है कि कुछ एसोसिएट या टीम के लीडर अपने सीनियर अपलाइन को पांच बजे मीटिंग का समय देते है ,और सात बजे पहुंचते है। इस तरीके से आपकी अप - लाइन पर गलत प्रभाव पड़ता है उनका कीमती समय ख़राब होता है और आपके वहाँ पहुँचने से पहले ही न केवल उठकर चले जाते है बल्कि खुद को अपमानित महसूस करते हुए ऐसा सोचते है कि आप इस बिज़नेस में गंभीर नहीं है। 

आप खुद सोचे कि यदि कोई व्यक्ति आपको बुलाता है और खुद ही दो घंटे  देर से आता है तो इसका आप पर क्या असर पड़ेगा।  आप जब भी कोई मीटिंग आयोजित करते है तो आप वहाँ पर समय से पहुंचे और टीम के सभी लोगो को  समय से पहुंचने के लिए कहे। आपको चाहिए की समय के महत्व को समझें।  उन्नति करने करने वालो के लिए एक - एक पल बेहद कीमती होता है। आपको चाहिए कि हर कसौटी पर खरे उतरे। हमने बहुत से एसोसिएट को असफल होते हुए देखा है क्योंकि वह समय के पाबंद नहीं थे। कोई भी एक पल आदमी का निर्णायक पल बन सकता है। 

आजकल हर जगह मोबाइल फ़ोन की सुविधा उपलब्ध है यदि आप किसी वजह से कही फँस गए है तो फौरन ही दूसरे व्यक्ति को [जो मीटिंग में आपका इंतज़ार कर रहे है ] अपनी वास्तविक स्थिति  अवगत कराये। अगर Discipline में रहकर काम नहीं करते है तो आप कभी कामयाब नहीं हो सकते इस शब्द में कितनी ताकत है इसी से पता चलता है कि इसमे जितनी भी Alphabets आते है और इंग्लिश भाषा में जिस नम्बर पर आते है अगर हमसब उन नम्बर को जोड़ देते है तो क्या होता है। 

D     ---------------    4
I       --------------     9
S      --------------     19
C      --------------     3
I        --------------    9
P       --------------    16
L       --------------    12
I        --------------    9
N      ---------------   14
E       --------------    5
                          ----------
TOTAL =              100


ये दर्शाता है कि जब नम्बर को जोड़ दिया गया तो रिजल्ट 100% निकला यानि कि जब तक आप Discipline में नहीं है तब तक आप 100% कामयाब नहीं होंगे। 


time panctual,types of punctuality
time punctual



                                               



एक आदमी मेले में गुब्बारे में बेच कर गुजर - बसर करता था। उसके पास लाल ,नीले ,पीले , हरे ,और  इसके अलावा कई रंगो के गुब्बारे थे।  जब उसकी बिक्री काम होने लगती तो वह हीलियम गैस से भरा एक गुब्बारा हवा में उड़ा देता। बच्चे जब उस उड़ते गुब्बारे को देखते , तो वैसा ही गुब्बारा पाने के लिए आतुर हो उठते। वे उसके पास गुब्बारे खरीदने के लिए पहुँच जाते और उस आदमी की बिक्री बढ़ने लगती। उस आदमी की जब भी घटती ,वह उसे बढ़ाने के लिये ,गुब्बारे उड़ाने का यही तरीका अपनाता।एक दिन गुब्बारे वाले को महसूस हुआ।  कि कोई उसके जैकेट को खींच रहा है।  उसने पलट कर देखा तो  वहाँ एक बच्चा खड़ा था। बच्चे ने उससे पूछा , "अगर आप हवा में काले गुब्बारे को छोड़े , तो क्या वह भी उड़ेगा ? " बच्चे के इस सवाल ने गुब्बारे वाले के मन को छू लिया।  बच्चे की और मुड़कर उसने जवाब दिया , " बेटे , गुब्बारा अपने रंग की वजह से नहीं , बल्कि उसके अंदर भारी चीज़ की वजह से उड़ता है। " 

हमारी ज़िंदगी में यही असूल लागू होता है। अहम् चीज़ हमारी अंदुरुनी शक्ति है। हमारी अंदुरुनी शक्ति की वजह से हमारा नजरिया बनता है वही हमे ऊपर उठाता है। इंसान अपना नजरिया बदलकर अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकता है। जिस व्यक्ति के अंदर कामयाब होने की आग होती है वह चाहे थोड़ी जल्दी या थोड़ी देर से पर कामयाब जरूर होता है।  इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह कितना पढ़ा लिखा है , लम्बा है या छोटा है।  फर्क इस चीज़ से पड़ता है कि उसके अंदर कामयाब होने की आग कितनी है। 

हम सब जानते है धीरूभाई अम्बानी कभी पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरा करते थे , पर आज भारत की सबसे कंपनी रिलायन्स इंडस्ट्री उन्ही के द्वारा शुरू करि गयी थी।  जितने भी आज दिगज अमीर व्यक्ति है उन्होंने समय का पालन किया और उसी से तरक्की की रह बढ़ते चले गए। यदि आप भी समय के पाबंद बनते है तो सफलता अतिशीघ्र आपके पास होगी। 



























































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